लोग उनकी कला को सराहे, यही तमन्ना है
मराठी फिल्मो की चरित्र अभिनेत्री नेहा राउत ने छालीवुड फिल्मो में धमाकेदार एंट्री की है। वे फिल्म संत शिरोमणी गुरु घासीदास बाबा से छालीवूड़ में कदम रखी है। जिसमे नेहा उनकी माता अमरौतीन की भूमिका में है। नेहा अपने आप को ही सबसे बड़ी चुनौती मानती है। वे देखना चाहती है कि वे क्या क्या कर सकती है। वे मराठी फिल्मो की एक जाना पहचाना नाम है। कई एल्बमों में अपनी कला का जादू बिखेर चुकी नेहा कहती है कि अमरौतीन माता की भूमिका बहुत ही प्रभावित करने वाली है। स्कूल के समय से ही नाटकों में अपनी कला का प्रदर्शन करने वाली नेहा के नाम कई उपलब्धियाँ है । बचपन से ही उन्हें एक्टिंग और सिंगिंग का शौक रहा है बाद में वे एंकरिंग भी करने लगी। आईटी इंजीनियर नेहा डिजिटल और साईबर क्राईम में स्नातक है। 8 साल की उम्र में उन्होंने अपने अभिनय की शुरुवात की फिर पीछे पलटकर नहीं देखा। उनकी तमन्ना है कि लोग उन्हें बड़े परदे पर देखकर उनकी सराहना करें और अपने दम पर बतौर अभिनेत्री अवार्ड जीतना चाहती हूँ।
नेहा पांच साल से फिल्मो में अभिनय कर रही है। वे मराठी फिल्मो और एल्बम में काम करती रही है अब उन्होंने छालीवूड़ में कदम रखी है। वे कहती है कि उनके पापा ही उनके प्रेरणाश्रोत रहे हैं उन्होंने मुझे कदम कदम पर साथ दिया है। वही उर्मिला मातोंडकर उनकी आदर्श है जिन्हें वे फालो करती हैं। नेहा ने बचपन ने अपने स्कूल में जब सोलो डांस किया तब उन्हें ना केवल सराहना मिली बल्कि उनकी कला की जमकर तारीफ़ हुई थी. वही से नेहा को एक राह मिली जिस पर वे आगे बढ़ती चली गयी और आज सबके सामने हैं। तीन साल पहले अपने पापा के निधन से नेहा टूट गयी थी लेकिन उनकी तमन्ना को पूरी करने जल्द ही वह सम्हल भी गयी. अब वे अपने पापा की इच्छाओं को पूरी करने में लगी हुई हैं। क्योकि उनके पापा ही उनके लिए सब कुछ थे। धर्मेद्र और सन्नी देवोल से मिलकर नेहा सबसे ज्यादा उत्साहित हुई थी क्योकि इस दोनों मशहूर अभिनेताओं के उन्हें आगे बढऩे का आशीर्वाद दिए थे। नेहा अपने आप को ही सबसे बड़ी चुनौती मानती है। वे देखना चाहती है कि वे क्या क्या कर सकती है। उनकी ख्वाहिश है कि लोग उन्हें उनकी कला से जाने पहचाने और तारीफ़ करें। अभिनय का अवार्ड जीतना भी उनका मकसद है।
मराठी फिल्मो की चरित्र अभिनेत्री नेहा राउत ने छालीवुड फिल्मो में धमाकेदार एंट्री की है। वे फिल्म संत शिरोमणी गुरु घासीदास बाबा से छालीवूड़ में कदम रखी है। जिसमे नेहा उनकी माता अमरौतीन की भूमिका में है। नेहा अपने आप को ही सबसे बड़ी चुनौती मानती है। वे देखना चाहती है कि वे क्या क्या कर सकती है। वे मराठी फिल्मो की एक जाना पहचाना नाम है। कई एल्बमों में अपनी कला का जादू बिखेर चुकी नेहा कहती है कि अमरौतीन माता की भूमिका बहुत ही प्रभावित करने वाली है। स्कूल के समय से ही नाटकों में अपनी कला का प्रदर्शन करने वाली नेहा के नाम कई उपलब्धियाँ है । बचपन से ही उन्हें एक्टिंग और सिंगिंग का शौक रहा है बाद में वे एंकरिंग भी करने लगी। आईटी इंजीनियर नेहा डिजिटल और साईबर क्राईम में स्नातक है। 8 साल की उम्र में उन्होंने अपने अभिनय की शुरुवात की फिर पीछे पलटकर नहीं देखा। उनकी तमन्ना है कि लोग उन्हें बड़े परदे पर देखकर उनकी सराहना करें और अपने दम पर बतौर अभिनेत्री अवार्ड जीतना चाहती हूँ।
नेहा पांच साल से फिल्मो में अभिनय कर रही है। वे मराठी फिल्मो और एल्बम में काम करती रही है अब उन्होंने छालीवूड़ में कदम रखी है। वे कहती है कि उनके पापा ही उनके प्रेरणाश्रोत रहे हैं उन्होंने मुझे कदम कदम पर साथ दिया है। वही उर्मिला मातोंडकर उनकी आदर्श है जिन्हें वे फालो करती हैं। नेहा ने बचपन ने अपने स्कूल में जब सोलो डांस किया तब उन्हें ना केवल सराहना मिली बल्कि उनकी कला की जमकर तारीफ़ हुई थी. वही से नेहा को एक राह मिली जिस पर वे आगे बढ़ती चली गयी और आज सबके सामने हैं। तीन साल पहले अपने पापा के निधन से नेहा टूट गयी थी लेकिन उनकी तमन्ना को पूरी करने जल्द ही वह सम्हल भी गयी. अब वे अपने पापा की इच्छाओं को पूरी करने में लगी हुई हैं। क्योकि उनके पापा ही उनके लिए सब कुछ थे। धर्मेद्र और सन्नी देवोल से मिलकर नेहा सबसे ज्यादा उत्साहित हुई थी क्योकि इस दोनों मशहूर अभिनेताओं के उन्हें आगे बढऩे का आशीर्वाद दिए थे। नेहा अपने आप को ही सबसे बड़ी चुनौती मानती है। वे देखना चाहती है कि वे क्या क्या कर सकती है। उनकी ख्वाहिश है कि लोग उन्हें उनकी कला से जाने पहचाने और तारीफ़ करें। अभिनय का अवार्ड जीतना भी उनका मकसद है।
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