शुक्रवार, 19 फ़रवरी 2021

अपने दमदार अभिनय से छालीवुड का बेनाम बादशाह है करण खान

 - अरुण बंछोर

छालीवुड में करन खान का नाम ऐसे अभिनेता के तौर पर शुमार किया जाता है जिन्होंने करीब दो दशक से अपने दमदार अभिनय से दर्शकों के बीच अमिट पहचान बनायी है और आज किसी फिल्म में उनका होना ही सफलता की गारंटी माना जाता है। जब भी दमदार अभिनय की बात आती है तो ऐसे अभिनेताएं की लिस्ट में करण खान का नाम सबसे ऊपर होता है। वे ऐसे एक्टर हैं जो अपने रोल में पूरी तरह से रच-बस जाते हैं और फिर कमाल के अभिनय से फिल्म को सुपर-डुपर हिट करवा देते हैं। करण खान छालीवुड का एक ऐसा सितारा हैं जिसने पर्दे पर जिस भी रोल को निभाया उसे बड़ी शिद्दत से अभिनय किया। करण खान ने किरदार को निभाने के लिए जब-जब कुछ नया किया एक कहानी बन गई। करण ऐसे कलाकार के तौर पर जाने जाते हैं जो अपने किरदारों की सच्चाई और उन्हें अपने ही अलग अंदाज से दर्शकों के सामने परोसने का हुनर जानते हैं। वे लगभग हर फिल्म में ही अपने साथ एक्सपेरिमेंट करते रहते हैं। करण खान की अगली फिल्म है कुरुक्षेत्र, जिसका अभी अभी मुहूर्त हुआ है. उन्होंने करीब 40 फिल्मे करने के बाद तीन फिल्मो का निर्देशन भी किया है. फिल्मो का सफर उनका लंबा है लेकिन मैं दबंग देहाती फिल्म की शूटिंग से लेकर फिल्म के टाकीज में आने तक उनके साथ था. बहुत ही मिलनसार, अनुभवी और मेहनती अभनेता है. जब इस फिल्म का निर्माण शुरू हुआ तब उन्होंने कहा था कि फिल्म को 55 दिनों में शूट करके प्रदर्शित कर दूंगा और 52 दिनों में फिल्म दबंग देहाती को रिलीज कर उन्होंने सच कर दिखाया था. करण खान 11 बार सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का खिताब जीत चुके हैं. करण खान ने इप्टा से अपने कॅरियर की शुरुआत की फिर एल्बम के माध्यम से कई मशहूर गानों पर अपना जौहर दिखाया। उनकी कई फिल्मों ने 50 और 100 दिनों तक टाकीजों में परचम लहराया।

स्व. सैय्यद ज़फ़र अली और श्रीमती शमशाद बेगम के पुत्र करण खान का असली अनाम सैय्यद ताहिर अली है और उनकी दो बेटियां - अनाबिया अली , आरौश अली है. कुरुक्षेत्र के मुहूर्त पर जब हमने बेटी अनाबिया अली से पूछा तो उनका सधा हुआ जवाब था कि वे एक अच्छी डाक्टर बनकर लोगों और देश की सेवा करना चाहती है.करण खान का कहना है कि वे छत्तीसगढ़ की संस्कृति और फिल्मों के प्रचार प्रसार के लिए जो भी होगा, वे जरूर करते रहेंगे। उन्हें अभिनय और स्टाइल से जाना जाता हैं। उन्होंने अब तक अपने आप को इतना फिट रखा हैं कि उनको लोग देखते ही रह जाते हैं. उनके कपड़े पहनने का अंदाज़ भी अलग हैं.
पहला बायोपिक फिल्म भी करण के नाम


छत्तीसगढ़ी नाचा पार्टी के जनक दुलार सिंह के जीवनी पर बनी प्रदेश की पहली बायोपिक फिल्म” मंदराजी “भी करन खान के खाते में ही गया है. दाऊ मंदिर जी के किरदार में सुपर स्टार करन खान ने बेजोड़ अभिनय किया है फिल्म में दर्शक छत्तीसगढ़ी नाचा पार्टी के जनक दुलार सिंह मंदराजी के जीवन और नाचा के क्षेत्र में किये गये उनके अमूल्य योगदान को देख पाएं और जान पाए। मंदराजी छत्तीसगढ़ की पहली बायोपिक फिल्म है। दुलार सिंह ने अपनी कला के माध्यम से छत्तीसगढ़ी नाचा को देश और दुनिया में एक नई पहचान दी है।
इनकी बहुचर्चित फ़िल्में
तीजा के लुगरा , छत्तीसगढ़ीया सबले बढिया, ए मोर बांटा, मंदराजी, ससुराल, बेनाम बादशाह, लैला टीपटाप छैला अंगूठा छाप, राधे अंगूठा छाप,मोही डारे , सिधवा सजन, तोला ले जाहूं उडरिया, तो मया माँ जादू हे, किस्मत के खेल, दबंग देहाती ,टिकट टू छालीवुड, दगाबाज, ऑटो वाले भांटो, बंधना, मोर भाई नंबर , छत्तीसगढ़ के हेंडसम, तोर मया के मारे, मितान 420,बाप बड़े न भैय्या सबले बड़े रुपैय्या, अजब जिनगी गजब जिनगी।
करन खान और बेनाम बादशाह’ बेस्ट क्यों
करन खान की वर्ष 2020 में साल के शुरूआत में रिलीज हुई बेनाम बादशाह, जिसे छालीवुड स्टारडम सिने अवार्ड में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता और सर्वश्रेष्ठ फिल्म का एवार्ड दिया गया. साथ ही इस फिल्म को सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री और निर्देशक का भी एवार्ड मिला।ये फिल्म बेस्ट क्यों है? इस फिल्म में सब कुछ है जो दर्शकों को चाहिए होता है. फिल्म देखकर कई दर्शकों की आंखे भर आई थी। ये भी तो करन खान की अदाकारी का ही जलवा है, जो जिन्होंने परदे पर जीवंत किया था। जब फिल्म देखकर निकले दर्शकों की प्रतिक्रिया जानना चाही तो कई दर्शकों की आंखें भर आई थी। वो भरभराए आवाज में सिर्फ इतना ही कह पाए कि फिल्म अच्छी है। इसके अलावा कुछेक दर्शक तो सिर्फ आंसू ही लिए हुए थे, कुछ कह ही नहीं पाए। तो आखिर फिल्म की कहानी में काफी दम तो है, कि वो दर्शकों को इतना पसंद आई कि वो अपने भावनाओं को रोक नहीं सके और आंसूओं के रूप में निकल आए। बेनाम बादशाह जैसा कि नाम से ही पता चलता है, ऐसा शख्स जो अपने वसूलों पर चलता हो। फिल्म प्रणव झा के निर्देशन में बना है।
करन की ‘बेनाम बादशाह’ देखकर रो पड़े थे दर्शक


करन खान की वर्ष 2020 में साल के शुरूआत में रिलीज हुई बेनाम बादशाह देखकर कई दर्शकों की आंखे भर आई थी। ये भी तो करन खान की अदाकारी का ही जलवा है, जो जिन्होंने परदे पर जीवंत किया था। जब फिल्म देखकर निकले दर्शकों की प्रतिक्रिया जानना चाही तो कई दर्शकों की आंखें भर आई थी। वो भरभराए आवाज में सिर्फ इतना ही कह पाए कि फिल्म अच्छी है। इसके अलावा कुछेक दर्शक तो सिर्फ आंसू ही लिए हुए थे, कुछ कह ही नहीं पाए। तो आखिर फिल्म की कहानी में काफी दम तो है, कि वो दर्शकों को इतना पसंद आई कि वो अपने भावनाओं को रोक नहीं सके और आंसूओं के रूप में निकल आए। बेनाम बादशाह जैसा कि नाम से ही पता चलता है, ऐसा शख्स जो अपने वसूलों पर चलता हो। फिल्म प्रणव झा के निर्देशन में बना है और फिल्म के हीरो हैं करण खान और हीराईन मुस्कान साहू है।
फिल्म ‘तू मेरा हीरो’
छत्तीसगढ़ी फिल्म मेकर अनुपम वर्मा ने अपनी आगामी फिल्म ‘तू मेरा हीरो’ के लिए करण खान और मुस्कान साहू के नाम का ऐलान कर रखा है.करण खान अनुपम वर्मा की पहली छत्तीसगढ़ी फिल्म ‘मोही डारे’ में भी काम कर चुके हैं। इन दिनों करण खान और मुस्कान की जोड़ी को रुपहले पर्दे पर खासा पसंद किया जा रहा है। करण खान जहां छत्तीसगढ़ी सिनेमा के जाने-माने एक्टर हैं, वहीं मुस्कान भी प्रणव झा प्रोडक्शन की फिल्मों में अभिनय कर लोगों का दिल जीत चुकी हैं।
महाराष्ट्र के निर्माताओं के साथ
करण खान तीजा के लुगरा , छत्तीसगढ़ीया सबले बढिया (निर्माता निर्देशक विजय राजन जी महाराष्ट्र) ए मोर बांटा (निर्माता नागपुर महाराष्ट्र) मंदराजी( नाचा के भीष्म )(निर्माता निर्देशक महाराष्ट्र) और उसके बाद सन 2018 में पहली बार दूसरे राज्य झारखंड में छत्तीसगढ़ी फिल्म महोत्सव का सेहरा भी करन खान के सिर पर ही बंधा। जबकि प्रायः छत्तीसगढ़ी फिल्मी लोग अपनी फिल्मों को या अपने आप को प्रमोट करने में लगे हैं , ऐसे में सुपर स्टार करन खान ही एकमात्र ऐसे कलाकार हैं जो कि छत्तीसगढ़ी फिल्म इंडस्ट्री को छत्तीसगढ़ से बाहर विस्तार देने की पहल और प्रयास कर रहे हैं। उनका यह प्रयास राजनीतिक दलों से और छोलीवुड की राजनीतिक उठापटक से दूर रहते हुए निःस्वार्थ सिर्फ छत्तीसगढ़ी फिल्म इंडस्ट्री को प्रमोट करने का उद्देश्य है.

गुरुवार, 18 फ़रवरी 2021

फिल्मों को ही कॅरियर बनाएगी रेणु वर्मा

 अभी फिल्म शक्ति की शूटिंग में व्यस्त 

- अरुण बंछोर 

छालीवुड के उभरती अभिनेत्री रेणु वर्मा वैसे तो फिल्मों में काम करने के बारे में कभी सोची नहीं थी, परन्तु अब फिल्मों को ही अपनी कॅरियर बनाएंगी। वे कहती है की मन में दृढ़ इच्छा और लगन हो तो कोइ भी काम असम्भव नहीं होता। जो मन में ठान ले उसे पूरा करके ही रहती हूँ। वे अपने कला के दम पर पहचान बनाना चाहती है. 2015 में मॉडलिंग से अपनी कॅरियर की शुरुआत करने वाली रेणु वर्मा छत्तीसगढ़ी भाषा की तीन फिल्मे कर चुकी है. साउथ की दो फिल्मे भी उन्होंने की है. साथ ही कई बड़ी ज्वेलर्स कंपनियों के लिए मॉडलिंग में अपना जलवा दिखा चुकी है. रेणु वर्मा को मीडिया पर पूरा भरोषा है. वे कहती है कि कलाकारों की सफलता और असफलता कुछ हद तक मीडिया पर निर्भर होता है. 

0 आपको एक्टिंग के प्रति कैसे दिलचस्पी हुई ?



बचपन से शौक था एक्टिंग करने का। स्कूलों में नाटकों में भाग लिया करती थी। डांस करने के साथ साथ मॉडलिंग करने लगी। और ऐसा करते करते मैंने छत्तीसगढ़ी फिल्मो की ओर कदम बढ़ाया। लोगो को देखकर लगा की मुझे भी इस क्षेत्र में कुछ करना चाहिए।

0 अब तक की आपकी उपलब्धी क्या है?

मैंने 3  छत्तीसगढ़ी फिल्मो में काम किया है और बड़े ज्वेलर्स के लिए मॉडलिंग किये है। मेरे पापा मम्मी से पूरा सहयोग मिलता है. मुझमे काम करने की जूनून है. इसलिए आज आपके सामने हूँ.

0 आप छस्तीस्सगढ़ी फिल्मों में अपना आदर्श किसे मानते है?

छालीवुड में काम करने वाली सभी कलाकार मेरे आदर्श है। लेकिन अनुपम भार्गव मेरे आदर्श है, जिनके चलते आज मैं छालीवुड में कदम रख पाई हूँ।उन्होंने फेसबुक पर मुझे देखकर फिल्म के लिए ऑफर दिए थे. तब तक मैंने सोचा नहीं था कि इस क्षेत्र में काम करूंगी।

0 क्या आप अपने कामों से संतुष्ट हैं? 

हाँ, मैं अपने कामों से पूरी तरह से संतुष्ट हूँ। मैंने जितने भी फिल्मों में काम किया है सभी मेरे जीवन की अच्छी फि़ल्में है।

0 कभी आपने सोचा था की फिल्मो को ही अपना कॅरियर बनाएंगे ?

नहीं सोची थी कि कभी फिल्मों में काम करूंगी! शुरू से ही मै मॉडलिंग को कॅरियर बनाने की सोचकर चली हूँ। अब फिल्म लाईन पर ही काम करती  रहूंगी।

0  छालीवुड फिल्मो में आपको कैसी भूमिका पसंद है या आप कैसे रोल चाहेंगे?

मैं हर तरह की भूमिका निभाना चाहूंगी  , अलग अलग तरह की भूमिका करना पसंद करूंगी।

0 आपका कोई सपना है जो आप पूरा होते देखना चाहती हैं?

अपने कला के दम पर पहचान बनाऊँ तथा लोग मुझे एक अच्छी अभिनेत्री के रूप में जाने , यही मेरा सपना है.


एक अदाकारी तो दूसरी डायरेक्शन में हाथ आजमा रही हैं



छालीवुड में दो बहनें खूब धमाल मचा रही है. एक अदाकारी तो दूसरी डायरेक्शन में हाथ आजमा रही हैं. चुलबुली और खूबसूरत दोनों बहनें एक दूसरे से काम नहीं है.ये नमहर बहनें हैं - जयन्ती मनहर और अनुपमा मनहर। जयंती मनहर छत्तीसगढ़ी फिल्म उद्योग की एक अभिनेत्री हैं तो अनुपमा मनहर की रूचि डायरेक्शन में है और वे फिलहाल सह निर्देशक के रूप में छालीवुड में काम कर रही है। दोनों ही बहनों में काम करने का जूनून है, यही उनकी सफलता का राज भी है.


जयन्ती ने अपने करियर की शुरुआत साल 2017 में फिल्म बी.ए. सेकण्ड ईयर से की थी और आज एक स्थापित कलाकार हैं. उन्हें बचपन से ही अभिनय का शौक रहा है। स्कूल कॉलेजों में नाटकों में भाग लिया करती थी और फिर मॉडलिंग करने लगी। वे कहती हैं कि जब मैं टीवी देखती थी , तो सोचा करती थी कि मुझे भी कुछ बनना चाहिए। मेरी रोल मॉडल प्रियंका चोपड़ा हैं। कॉलेज के दिनों से ही मुझे फिल्मों के प्रस्ताव मिलने लगे थे। मैं एक्टिंग को करियर बनाने के लिए आगे बढ़ी हूं। अब मैं इस लाइन पर काम करती रहूंगी।जयंती मनहर की तमन्ना एक अच्छी नायिका बंनने की है। जयन्ती खुद अपनी पहचान बनाना चाहती है। अगर मौका मिले तो वह छोटे पर्दे पर भी काम करना चाहेंगी। जयंती मनहर ने अभिनय किया है- बी इ सेकण्ड ईयर, लव दीवाना, प्रेम के बंधना और आई लव यू टू. जयन्ती अभी फिल्म शक्ति की शूटिंग में व्यस्त हैं.

जयन्ती की बड़ी बहन अनुपमा मनहर छालीवुड में डायरेक्शन में हाथ आजमा रही है. उन्होंने आई लव यू टू, लव दीवाना फिल्म में सहायक निर्देशक की भूमिका निभाई है और अब कुरुक्षेत्र करने जा रही है. लव दीवाना में वे अपनी ही बहन को डायरेक्शन दिया है. वे अपना अनुभव बताते हुए कहती हैं की इस फिल्म में अपनी बहन जयंती को निर्देशित कर मैं बहुत खुश हूँ| लव दीवाना में मेरी बहन एक अभिनेत्री का रोल कर रही है. इस फिल्म में सभी कलाकारों ने बहुत मेहनत किया है. धुप और लोगों के भीड़ में भी हम लोगों ने एक्शन और फाईट सीन किया है. कलकारों के मेहनत को देखकर उस दिन एहसास हुआ की एक सफल फिल्म को बनाने के लिए कितना मेहनत करना पड़ता है एक बात यह भी समझ आया की एक्टिंग से ज्यादा कठिन निर्देशन करना है.