शुक्रवार, 27 नवंबर 2020

बॉलीवुड में धूम मचा रही है छत्तीसगढ़ की अनुषा

अपने कला के दम पर पहचान बनाने की तमन्ना है



छत्तीसगढ़ की अनुषा शर्मा आज किसी परिचय की मोहताज नही है। भिलाई की इप्टा से अपना कला का सफर शुरू कर आज मुम्बई में अपने अभिनय का लोहा मनवा रही है. धारावाहिक तारक मेहता का उलटा चश्मा,मिमकी मुखिया, लापतागंज, मेरे साईं, ये रिश्ता क्या कहलाता है, कसौटी जिंदगी के , मेरे पापा मेरे हीरालाल, विक्रम बेताल, छोटी सरदारनी, बावले उतावले, ये तेरी गलियां, ये हैं मोहब्बतें, ये हैं चाहतें ,अग्नि फेरा ,ये रिश्ते प्यार के , श्रीकृष्णा , अपना टाईम आएगा , क्राइम पेटोल ,राजस्थनी सीरियल और डीडी नेशनल पर लाल रेखा जैसे कई सीरियलो में अनुषा अपनी कला का जलवा दिखा चुकी है।

उनकी कला में वो जादू है कि जो भी एक बार देखे, उनकी कला के कायल हो जाएंगे। उनकी एक्टिंग में जीवंतता झलकती है. वे कहती है की मन में दृढ़ इच्छा और लगन हो तो कोइ भी काम असम्भव नहीं होता। जो मन में ठान ले उसे पूरा करके ही रहती हूँ। वे अपने कला के दम पर पहचान बनाना चाहती है. अनुषा शर्मा कभी निराशा नहीं होती है और यही उनकी सफलता का राज भी है. अभी वे साई विनायक प्रोडक्शन के साथ गाने करने भिलाई आई हुई हैं. साथ काम करने वाले कलाकरो की एक कोशिश जो हमेशा ही रियल पुलिस और सेना और आर्मी को लेकर फ़िल्म और गाना कर उनका मनोबल बढ़ाना है. अनुषा ने दो छत्तीसगढ़ी फिल्मे भी की है। भकला और भुला झन देवे। वे भोजपुरी और हिंदी फिल्मे भी कर चुकी हैं। अनुषा शर्मा साईं विनायक के गाना करने छत्तीसगढ़ आई थी. इस दौरान वे हमारे दफ्तर भी आई तब हमने हर पहलुओं पर उनसे बेबाक बात की. पेश है बातचीत के सम्पादित अंश.

 

 आपको एक्टिंग के प्रति कैसे दिलचस्पी हुई ?
बचपन से ही शौक था एक्टिंग करने का। स्कूलों में नाटकों में भाग लिया करती थी। बाद में मुझे थियेटर का शौक हुआ। ऐसा करते करते मैंने छत्तीसगढ़ी फिल्मो की ऑर कदम बढ़ाया। उसके बाद मुम्बई चली गयी वहां मेरे अभिनय को देखकर निर्माता तो खुश हुए और मुझे लगातार काम मिलता गया। लोगो को देखकर लगा की मुझे भी इस क्षेत्र में कुछ करना चाहिए।
0 अब तक की आपकी उपलब्धी क्या है?
मैंने 2 छत्तीसगढ़ी फिल्मो में काम किया है और कुछ एल्बम बनाये है। मुम्बई में कई धारावाहिकों में मैंने है जैसे - तारक मेहता का उलटा चश्मा,मिमकी मुखिया, लापता गंज मेरे साईं ये रिश्ता क्या कहलाता है, ये रिश्ते प्यार के , श्रीकृष्णा , अपना टाईम आएगा , क्राइम पेटोल। , कसौटी जिंदगी के ,चाहत ,अग्नि फेरा। इसके अलावा राजस्थानी व् अन्य भाषाओं के भी सीरियल है.
0 आप छत्तीसगढ़ी फिल्मों में अपना आदर्श किसे मानते है?
छालीवुड में काम करने वाले मेरे कोइ आदर्श नहीं है और सभी कलाकार मेरे आदर्श है भी। क्योकि सबसे मुझे कुछ ना कुछ सीखने को ही मिलता है। बॉलीवुड में मुझे राजकपूर पसंद थे
० क्या आप छत्तीसगढ़ी फिल्मों में लौटेंगे ?
०० जरूर अच्छी कहानी हो और भूमिका अच्छी हो तो जरूर छत्तीसगढ़ी फिल्मे करूंगी।
० कैसी भूमिका आपको पसंद है या करना चाहेगी ?
० ऐसी भूमिका करना पसंद करूंगी जिसमे किरदार दमदार हो.महिला प्रधान फिल्मे करना चाहूंगी।


0 क्या आप अपने कामों से संतुष्ट हैं?
हाँ, मैं अपने कामों से पूरी तरह से संतुष्ट हूँ। मैंने जितने भी फिल्मों या धारावाहिकों में काम किया है सभी मेरे जीवन की बेहतर फ़िल्में और सीरियल्स है।
0 कभी आपने सोचा था की फिल्मो को ही अपना कॅरियर बनाएंगे ?
हाँ ! शुरू से ही मै एक्टिंग को कॅरियर बनाने की सोचकर चली हूँ। अब इसी लाईन पर काम करती रहूंगी।
० आपको कभी निराशा हुई है ?
हाँ बहुत बार निराशा हुई है.लेकिन मई निराशा को अपने ऊपर हावी नहीं होने देती।
0 आपका कोई सपना है जो आप पूरा होते देखना चाहती हैं?
अपने कला के दम पर पहचान बनाऊँ तथा लोग मुझे एक अच्छी अभिनेत्री के रूप में जाने , यही मेरा सपना है.