0 बेटियाँ ही परिवार की सशक्त धुरी होती है
बेटियाँ किसी भी मायने में कमजोर नहीं होती और बेटियाँ ही परिवार की सशक्त धुरी होती है। यह सन्देश देगी छत्तीसगढ़ी फिल्म मोगरा। बेटी बचाओ बेटी पढ़ावो का सन्देश पूरे विश्व में अभी गूँज रहा है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से लेकर पूरा भारत इसी सन्देश को लेकर चर्चा में है। और इसी सन्देश को लेकर बनी है फिल्म मोगरा। निर्माता निर्देशक सोहन लाल वर्मा ने बड़ी ही खूबसूरती से यह फिल्म बनाई है जो बेटी की परिपक्वता और गुण को दर्शाता है। यह फिल्म बहुत ही अच्छी बनी है अगर आप टाकीज पर देखेंगे तो जरुर कहेंगे कि छत्तीसगढ़ को ऐसी फिल्मो की जरुरत है। कहानी तो हम अभी नहीं बताएँगे लेकिन इतना जरुर बता देते हैं कि जिस बेटी को पोइदा होने पर मारने की कोशीश की जाती है वही बेटी आगे चलकर बहुत ही होनहार होती है और लोगो की एक डाक्टर के रूप में सेवा करती है। यहाँ तक की अपने पिता की जान तक बचाती है। सोहन वर्मा का डायरेक्शन बहुत ही अच्छा है उतने ही अच्छे उनकी सोच है। फिल्म में मुख्य भूमिका अंजना दास और श्वेता शर्मा की है। इस नारी प्रधान फिल्म में दोनों ने माँ बेटी की भूमिका अदा की है। छत्तीसगढ़ी फिल्मो में माँ और भाभी की भूमिका निभाने वाली श्वेता शर्मा आज एक अच्छी अदाकारा के रूप में जानी पहचानी जाती है । अपनी असल जिंदगी में भी भारी उतार चढ़ाव देखने वाली श्वेता कहती है कि सरकार का सहयोग मिले तो छत्तीसगढ़ी फिल्मो के भी दिन बहुर जाएंगे। छत्तीसगढ़ में भी अच्छी अच्छी जगहें हैं जहां फिल्मो की शूटिंग की जा सकती है। अंजना आने वाली समय की सुपर स्टार होगी इससे कोइ इनकार नहीं कर सकता। गजब की एक्टिंग प्रतिभा है अंजना दास में। फिल्म मोग्या की मुख्य नायिका अंजना ने इस फिल्म में अपनी अदाकारी से सबको अचंभित किया है। शूटिंग के समय मै स्वयम सेट पर मौजूद था अंजना ने वन टेक में अपनी शूटिंग पूरी की है।
बेटियाँ किसी भी मायने में कमजोर नहीं होती और बेटियाँ ही परिवार की सशक्त धुरी होती है। यह सन्देश देगी छत्तीसगढ़ी फिल्म मोगरा। बेटी बचाओ बेटी पढ़ावो का सन्देश पूरे विश्व में अभी गूँज रहा है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से लेकर पूरा भारत इसी सन्देश को लेकर चर्चा में है। और इसी सन्देश को लेकर बनी है फिल्म मोगरा। निर्माता निर्देशक सोहन लाल वर्मा ने बड़ी ही खूबसूरती से यह फिल्म बनाई है जो बेटी की परिपक्वता और गुण को दर्शाता है। यह फिल्म बहुत ही अच्छी बनी है अगर आप टाकीज पर देखेंगे तो जरुर कहेंगे कि छत्तीसगढ़ को ऐसी फिल्मो की जरुरत है। कहानी तो हम अभी नहीं बताएँगे लेकिन इतना जरुर बता देते हैं कि जिस बेटी को पोइदा होने पर मारने की कोशीश की जाती है वही बेटी आगे चलकर बहुत ही होनहार होती है और लोगो की एक डाक्टर के रूप में सेवा करती है। यहाँ तक की अपने पिता की जान तक बचाती है। सोहन वर्मा का डायरेक्शन बहुत ही अच्छा है उतने ही अच्छे उनकी सोच है। फिल्म में मुख्य भूमिका अंजना दास और श्वेता शर्मा की है। इस नारी प्रधान फिल्म में दोनों ने माँ बेटी की भूमिका अदा की है। छत्तीसगढ़ी फिल्मो में माँ और भाभी की भूमिका निभाने वाली श्वेता शर्मा आज एक अच्छी अदाकारा के रूप में जानी पहचानी जाती है । अपनी असल जिंदगी में भी भारी उतार चढ़ाव देखने वाली श्वेता कहती है कि सरकार का सहयोग मिले तो छत्तीसगढ़ी फिल्मो के भी दिन बहुर जाएंगे। छत्तीसगढ़ में भी अच्छी अच्छी जगहें हैं जहां फिल्मो की शूटिंग की जा सकती है। अंजना आने वाली समय की सुपर स्टार होगी इससे कोइ इनकार नहीं कर सकता। गजब की एक्टिंग प्रतिभा है अंजना दास में। फिल्म मोग्या की मुख्य नायिका अंजना ने इस फिल्म में अपनी अदाकारी से सबको अचंभित किया है। शूटिंग के समय मै स्वयम सेट पर मौजूद था अंजना ने वन टेक में अपनी शूटिंग पूरी की है।
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