शनिवार, 23 अप्रैल 2016

रील लाइफ को रियल लाइफ में उतारने की कोशिश होना चाहिए

 लोग मुझे सिंगर के रूप में ही पहचाने  : संगीता
छत्तीसगढ़ी फिल्मो की सहकलाकार संगीता निषाद की दिली तमन्ना सिंगर बनने की है। वे आगे जाकर गायन के क्षेत्र में ही कॅरियर बनाना चाहती है। संगीता भरथरी गायन की एक अच्छी कलाकार है और अभी स्टेज शो भी करती है। वास्तविक जिंदगी में भी संगीता काफी संघर्ष कर रही है। परिवार चलाने के साथ साथ उन पर अपने भाई बहन को पढ़ाने लिखाने की भी जिम्मेदारी है। वे कहती है कि रील लाइफ हमें प्रेरणा देती है जिसे मैं रियल लाइफ में भी उतारने की कोशिश करती हूँ।
संगीता कहती है कि मन में लगन और इच्छा हो तो कोई भी काम किया जा सकता है। वक्त ने मुझे फिल्मो में खींच लाई । मुझे जो भूमिका मिलती है उसे मै पूरी ईमानदारी से निभाती हूँ । उनकी आवाज में जादू है , वे चाहती भी है कि वे अच्छी सिंगर बने उनकी अब भी यही कोशिश है कि  सिंगर के रूप में ही पहचाने । संगीता भरथारी गायन के साथ अभी मै स्टेज शो करती है साठ ही नाट्य मंचन में भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लेती है । वे कामतादास मानिकपुरी के साथ मै काफी स्टेज शो कर चुकी हूँ। संगीता बताती है की बचपन से ही मै भरथरी गीत के प्रति आकर्षित रही हूँ । फिल्मो में जरुर आ गयी पर मेरी रूचि गायन में ही है । फिल्मों में मै भाभी और बहन की भूमिका अदा करती हूँ और मुझे जो भी भूमिका मिलती है उसे पूरी तरह से डूबकर निभाती हूँ। फिलहाल मैंने अभी पांच फिल्मे की है। हिन्दी फिल्मों में संगीता को रेखा और काजोल पसंद है तथा छत्तीसगढ़ी फिल्मों में पुष्पांजली और उपासना बेहद पसंद है। पर वे किसी को फॉलो नहीं करती है। उनका कहना है कि रील लाइफ और रियल लाइफ में बहुत फर्क होती है। रियल लाइफ को संघर्षपूर्ण होने के बाद भी जीना पड़ता है और रियल लाइफ हमें प्रेरणा देती है। जो रील लाइफ में होता है उसे रियल लाइफ में उतारने की कोशिश करना चाहिए।

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