शनिवार, 23 अप्रैल 2016

पूरी तरह से कॉमेडियन फिल्म है ऑटो वाले भांटो

नारी के हर गुण का चित्रण है
छालीवुड के सफल निर्माता क्षमानिधि मिश्रा ने निर्देशन में बनी फिल्म  ऑटो वाले भांटो बनकर प्रदर्शन के लिए तैयार है। यह फिल्म अब तक बनी सभी छत्तीसगढ़ी फिल्मों से जऱा हटकर है। विशुद्ध रूप से यह कॉमेडियन फिल्म है , लेकिन एक पति पत्नी के बीच भावनात्मक सम्बन्ध को बेहतर ढंग से फिल्माया गया है। इसमें रोमांस, हास्य , मारपीट , एक्शन सहित सारे मसाले शामिल किये गए हैं। इस फिल्म का सकारात्मक पक्ष है गीत संगीत और कोरियोग्राफी।  ऑटो वाले भांटो में जितने भी कलाकार है सब अपना छाप छोड़कर जाता है , यह फिल्म की खासियत है।
निर्माता निर्देशक श्री मिश्रा ने बताया कि फिल्मों में हीरोइनों को निरीह बताया जाता हैलेकिन इस फिल्म में नारी को ही सबल बताया है। नारी की भावना और उनके जितने रूप हो सकते थे सब हमने दिखाया है यह फिल्म ही सबसे हटकर है। उपासना वर्षों से चरित्र अभिनेत्री की भूमिका निभाती रही है उसमे बहुत ही कलात्मक गुण है । हमने सारे गुण बाहर निकाला है। नायिका से हमने डांस कराया है तो फाइट भी कराया है। अभिनेत्री उपासना वैष्णव और सह अभिनेत्री उर्वशी साहू वास्तविक जीवन में अच्छी सहेली है वही हमने इस फिल्म में भी दिखाया है। पल में हंसना ,पल में झगडऩा , पल में समझौता करना ये सब हमने परदे पर दिखाया है जिसे दर्शक खूब इंज्वाय करेंगे। श्री मिश्रा ने बताया कि शूटिंग के दौरान हमने इन दोनों कलाकारों को खूब आजादी दी थी। चार लाएं का संवाद देकर मै दृश्य का सार बता देता था और कह देता था कि तुम लोग जो अच्छा कर सकते हो करो और ये लोग उतने ही बेहतर ढंग से अपना किरदार पूरा करती थी। ये खासियत है इन दोनों कलाकारों की।सीमा सिह अलग रूप में नजर आएंगी । इस फिल्म में दो बड़े नायक है सुनील तिवारी और करन खान। अलग अलग किरदार को दोनों ने बखूबी निभाया है।

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