बहुभाषाई फिल्म बनांकर देश भर में प्रदर्शित करेंगे
छालीवुड फिल्म निर्माता निर्देशक एवं एक्टर सोहन लाल वर्मा की दिली तमन्ना है कि वे छत्तीसगढ़ में कलाकारों के लिए फ़िल्म सिटी बनाएं। जिसमे यहां के कलाकारों को नियमित रूप से रोजगार मिल सके। उनका कहना है कि भविष्य में राष्ट्रिय व् अंतंराष्ट्रीय स्तर की फिल्में बनाना चाहता हूँ। कैमरामेन से डायरेक्टर और कलाकार बने सोहन वर्मा से हमने हर मुद्दों पर बात की है।
0 आप कैमरामेन से डायरेकटर फिर निर्माता बने , क्यों?
मैं 2005 से जी के कैसेट कम्पनी बिलासपुर के लिए नियमित रूप से एल्बम जस एवं पंथी गीतों कीशूटिंग एडिटिंग व् निर्देशन करते आ रहा हूँ साथ ही दूजे निषाद के कई हास्य् नाटक का निर्देशन लेखन छायांकन व् संपादन किया हूँ।पिछले साल आई छत्तीसगढ़ी फ़िल्म असली संगवारी में सह निर्देशन के आलावा सवाद लेखन स्क्रीन प्ले छायांकन व् सम्पादन कार्य किया है।
0 ऐसी कोइ तमन्ना जो आप पूरा होते हुए देखना चाहते हैं
मेरी एक ही तमन्ना है की छत्तीसगढ़ के कलाकारों के लिए ऐसे स्वयं का फ़िल्म सिटी बना सकूँ । जिसमे यहां के कलाकारों को नियमित रूप से रोजगार मिल सके।भविष्य में राष्ट्रिय व् अंतंराष्ट्रीय स्तर की फिल्में बनाना चाहता हूँ
0 कैसे और कहाँ से आपने एक्टिंग का सफर शुरू किया?
बचपन से ही हमारे ग्राम में रामलीला में अभिनय की सुरुवात किया। 2005 में जब मैं ख्याति प्राप्त लोक गायक पं शिवकुमार तिवारी के सम्पर्क में आया तो उन्होंने ही मुझे इस फिल्ड में आने की प्रेरणा दिया उनका फागुन गीत जिसे मेरे द्वारा बनाया गया है लोग आज भी बड़े चाव से देखते सुनते है।
0 फिल्मों में काम करते आपको कितना वक्त हो गया ?
वैसे मैं विगत 6 सालो से इस फिल्ड में जुड़ा हूँ लेकिन लोगो तक असली संगवारी फ़िल्म के बाद पहुचा।
0 अब तक की आपकी उपलब्धी क्या है?
स्वयं के साधन से छत्तीसगढ़ी फ़िल्म बनाकर पर्दे तक पहुचाना । यु ट्यूब चैनल एसएलवी इंटरटेनमेंट के माध्यम से विश्व के बीस देशों में मेरे एक लाख से ऊपर प्रतिमाह दर्शक है।जो मेरा उत्साह वर्धन करते रहते है
0 आप छस्तीसगढ़ी फिल्मों में अपना आदर्श किसे मानते है?
मैं बचपन से ही ममता चंद्राकर एवं प्रेम चंद्राकर तथा मिथिलेश साहू से प्रभावित हूँ।
0 क्या आप अपने कामों से संतुष्ट हैं?
मैं अब तक अपने कार्य से संतुस्ट नही हूँ जब तक हमारी फिल्म सफल नही हो जाती संघर्ष करते रहेंगे।
0 आपको कभी निराशा हुई थी ?
हाँ छत्तीसगढ़ी फिल्मो के सिमित बाजार के करन निराशा होती है। मगर फिर भी भविष्य में बाजार बूम होने की आशा है
0 भविष्य की क्या योजना है ?
आने वाले दिनों में मल्टी लेंग्वेज फिल्म बनाने जा रहा हूँ। ताकि उनका प्रदर्शन पुरे भारत वर्ष में किया जा सके।
छालीवुड फिल्म निर्माता निर्देशक एवं एक्टर सोहन लाल वर्मा की दिली तमन्ना है कि वे छत्तीसगढ़ में कलाकारों के लिए फ़िल्म सिटी बनाएं। जिसमे यहां के कलाकारों को नियमित रूप से रोजगार मिल सके। उनका कहना है कि भविष्य में राष्ट्रिय व् अंतंराष्ट्रीय स्तर की फिल्में बनाना चाहता हूँ। कैमरामेन से डायरेक्टर और कलाकार बने सोहन वर्मा से हमने हर मुद्दों पर बात की है।
0 आप कैमरामेन से डायरेकटर फिर निर्माता बने , क्यों?
मैं 2005 से जी के कैसेट कम्पनी बिलासपुर के लिए नियमित रूप से एल्बम जस एवं पंथी गीतों कीशूटिंग एडिटिंग व् निर्देशन करते आ रहा हूँ साथ ही दूजे निषाद के कई हास्य् नाटक का निर्देशन लेखन छायांकन व् संपादन किया हूँ।पिछले साल आई छत्तीसगढ़ी फ़िल्म असली संगवारी में सह निर्देशन के आलावा सवाद लेखन स्क्रीन प्ले छायांकन व् सम्पादन कार्य किया है।
0 ऐसी कोइ तमन्ना जो आप पूरा होते हुए देखना चाहते हैं
मेरी एक ही तमन्ना है की छत्तीसगढ़ के कलाकारों के लिए ऐसे स्वयं का फ़िल्म सिटी बना सकूँ । जिसमे यहां के कलाकारों को नियमित रूप से रोजगार मिल सके।भविष्य में राष्ट्रिय व् अंतंराष्ट्रीय स्तर की फिल्में बनाना चाहता हूँ
0 कैसे और कहाँ से आपने एक्टिंग का सफर शुरू किया?
बचपन से ही हमारे ग्राम में रामलीला में अभिनय की सुरुवात किया। 2005 में जब मैं ख्याति प्राप्त लोक गायक पं शिवकुमार तिवारी के सम्पर्क में आया तो उन्होंने ही मुझे इस फिल्ड में आने की प्रेरणा दिया उनका फागुन गीत जिसे मेरे द्वारा बनाया गया है लोग आज भी बड़े चाव से देखते सुनते है।
0 फिल्मों में काम करते आपको कितना वक्त हो गया ?
वैसे मैं विगत 6 सालो से इस फिल्ड में जुड़ा हूँ लेकिन लोगो तक असली संगवारी फ़िल्म के बाद पहुचा।
0 अब तक की आपकी उपलब्धी क्या है?
स्वयं के साधन से छत्तीसगढ़ी फ़िल्म बनाकर पर्दे तक पहुचाना । यु ट्यूब चैनल एसएलवी इंटरटेनमेंट के माध्यम से विश्व के बीस देशों में मेरे एक लाख से ऊपर प्रतिमाह दर्शक है।जो मेरा उत्साह वर्धन करते रहते है
0 आप छस्तीसगढ़ी फिल्मों में अपना आदर्श किसे मानते है?
मैं बचपन से ही ममता चंद्राकर एवं प्रेम चंद्राकर तथा मिथिलेश साहू से प्रभावित हूँ।
0 क्या आप अपने कामों से संतुष्ट हैं?
मैं अब तक अपने कार्य से संतुस्ट नही हूँ जब तक हमारी फिल्म सफल नही हो जाती संघर्ष करते रहेंगे।
0 आपको कभी निराशा हुई थी ?
हाँ छत्तीसगढ़ी फिल्मो के सिमित बाजार के करन निराशा होती है। मगर फिर भी भविष्य में बाजार बूम होने की आशा है
0 भविष्य की क्या योजना है ?
आने वाले दिनों में मल्टी लेंग्वेज फिल्म बनाने जा रहा हूँ। ताकि उनका प्रदर्शन पुरे भारत वर्ष में किया जा सके।
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