यहां के लोगों का प्यार चाहती है
- श्रीमती केशर सोनकर
भोपाल से छत्तीगढ़ी फिल्म करने रायपुर आई अभिनेत्री प्रियंका परमार को छत्तीसगढ़ की माटी इतनी भा गयी कि अब वह यही बसने की सोच रही है. तीन छत्तीसगढ़ी फिल्म में अपने अभिनय का जलवा दिखा चुकी प्रियंका को बस छत्तीसगढ़ की जनता का प्यार और सम्मान चाहिए। उन्हें बॉलीवुड में जाना कटी भी पसंद नहीं
है.उनकी तमन्ना छालीवुड की सुपर स्टार बनने की है। वे एक मंजे हुए कलाकार है.दो फिल्मे उन्होंने कारन खान के साथ की है और तीसरी फिल्म अभी प्रेम यादव के साथ संगी रे है. फिल्म च्च्संगी रे च्च् से प्रियंका परमार को काफी उम्मीद है. उनका कहना है कि छत्तीसगढ़ी फिल्म करने का आनंद ही कुछ अलग है.यहां बहुत प्यार और सहयोग मिलता है.इसलिए मैंने छत्तीसगढ़ को प्राथमिकता दी है. संगी रे फिल्म करके मुझे अच्छा लगा. यह एक पारिवारिक फिल्म है.इस फिल्म की सम्भावनाये बेहतर दिखती है उम्मीद है कि और बॉलीवुड की तरह ही चलेंगी। इसमें सब कुछ है। आप देखिये आपको पुराने दिन याद आ जाएंगे। कैमरे के सामने आने से पहले मै अपने किरदार को लेकर बहुत मेहनत करती हूँ.जिससे करेक्टर को समझने का मौका मिले और अपनी भूमिका आसान हो जाए। निर्देशक श्रीकांत सोनी और नायक प्रेम कुमार यादव का काफी सहयोग मिला। फिल्म की सफलता पर प्रेम के साथ मै संगी रे 2 में काम करना चाहूंगी। संगी रे जो फिल्म बनी है वह परिवार के साथ बैठकर देखने योग्य
फिल्म है.प्रियंका कहती है कि एक्टिंग मैंने खुद से सीखा है। मेरा कोई रोल मॉडल नहीं है। मेरे माता -पिता ही मेरे प्रेरणास्रोत है। मेरे लगन को देखकर उन्होंने मुझे फिल्म करने के लिए प्रोत्साहित किया। उनके ही कारण मैं फिल्म में अच्छे से रोल कर पा रही हूँ। मैं हर तरह की भूमिका निभाना चाहूंगी जो फिल्म प्रधान हो। ताकि मुझे सभी प्रकार का अनुभव हो। छोटे बड़े सभी रोल मुझे पसंद है। प्रियंका परमार का कहना है कि रिल और रियल लाइफ में बहुत अंतर है। रील लाइफ काल्पनिक होता है और रियल लाइफ में सच्चाई होती है। एक प्रश्न के उत्तर में उनका कहना है कि अब मै एक्टिंग को कॅरियर बनाने की सोचकर चल रही हूँ। इसी लाईन पर काम करती रहूंगी, पीछे नहीं हटूंगी। उनकी ख्वाहिश बड़ी है और वे एक दिन जरूर कामयाब होगी। वे कहती है कि छालीवुड में कुछ करके दिखाना चाहती हूँ। अपनी मेहनत से एक अच्छी एक्ट्रेस बनना चाहती हूँ।
- श्रीमती केशर सोनकर
भोपाल से छत्तीगढ़ी फिल्म करने रायपुर आई अभिनेत्री प्रियंका परमार को छत्तीसगढ़ की माटी इतनी भा गयी कि अब वह यही बसने की सोच रही है. तीन छत्तीसगढ़ी फिल्म में अपने अभिनय का जलवा दिखा चुकी प्रियंका को बस छत्तीसगढ़ की जनता का प्यार और सम्मान चाहिए। उन्हें बॉलीवुड में जाना कटी भी पसंद नहीं
है.उनकी तमन्ना छालीवुड की सुपर स्टार बनने की है। वे एक मंजे हुए कलाकार है.दो फिल्मे उन्होंने कारन खान के साथ की है और तीसरी फिल्म अभी प्रेम यादव के साथ संगी रे है. फिल्म च्च्संगी रे च्च् से प्रियंका परमार को काफी उम्मीद है. उनका कहना है कि छत्तीसगढ़ी फिल्म करने का आनंद ही कुछ अलग है.यहां बहुत प्यार और सहयोग मिलता है.इसलिए मैंने छत्तीसगढ़ को प्राथमिकता दी है. संगी रे फिल्म करके मुझे अच्छा लगा. यह एक पारिवारिक फिल्म है.इस फिल्म की सम्भावनाये बेहतर दिखती है उम्मीद है कि और बॉलीवुड की तरह ही चलेंगी। इसमें सब कुछ है। आप देखिये आपको पुराने दिन याद आ जाएंगे। कैमरे के सामने आने से पहले मै अपने किरदार को लेकर बहुत मेहनत करती हूँ.जिससे करेक्टर को समझने का मौका मिले और अपनी भूमिका आसान हो जाए। निर्देशक श्रीकांत सोनी और नायक प्रेम कुमार यादव का काफी सहयोग मिला। फिल्म की सफलता पर प्रेम के साथ मै संगी रे 2 में काम करना चाहूंगी। संगी रे जो फिल्म बनी है वह परिवार के साथ बैठकर देखने योग्य
फिल्म है.प्रियंका कहती है कि एक्टिंग मैंने खुद से सीखा है। मेरा कोई रोल मॉडल नहीं है। मेरे माता -पिता ही मेरे प्रेरणास्रोत है। मेरे लगन को देखकर उन्होंने मुझे फिल्म करने के लिए प्रोत्साहित किया। उनके ही कारण मैं फिल्म में अच्छे से रोल कर पा रही हूँ। मैं हर तरह की भूमिका निभाना चाहूंगी जो फिल्म प्रधान हो। ताकि मुझे सभी प्रकार का अनुभव हो। छोटे बड़े सभी रोल मुझे पसंद है। प्रियंका परमार का कहना है कि रिल और रियल लाइफ में बहुत अंतर है। रील लाइफ काल्पनिक होता है और रियल लाइफ में सच्चाई होती है। एक प्रश्न के उत्तर में उनका कहना है कि अब मै एक्टिंग को कॅरियर बनाने की सोचकर चल रही हूँ। इसी लाईन पर काम करती रहूंगी, पीछे नहीं हटूंगी। उनकी ख्वाहिश बड़ी है और वे एक दिन जरूर कामयाब होगी। वे कहती है कि छालीवुड में कुछ करके दिखाना चाहती हूँ। अपनी मेहनत से एक अच्छी एक्ट्रेस बनना चाहती हूँ।
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