इतिहास बनाना ही मेरा मकसद है ,जिस दिन मरुँ लोग मेरे पीछे चले
छत्तीसगढ़ फिल्म इंडस्ट्री में धर्मेन्द्र चौबे को कौन नहीं जानता वे एक जाना पहचाना नाम है। उनकी अभिनीत फिल्म राजा छत्तीसगढिय़ा सिनेमा घरों में काफी धूम मचाई थी।उसके बाद उन्होंने कई फिल्मो का निर्देशन
किया जिसमे से एक है "बंधन प्रीत के " वे कहतें हैं कि इतिहास बनाना ही मेरा मकसद है और जिस दिन मरुँ लोग मेरे पीछे चले । थियेटर से कॅरियर की शुरुआत करने वाले धर्मेन्द्र अब तक 40 से अधिक फिल्मो में अपनी अभिनय का लोहा मनवा चुके है। इसके अलावा वे निर्देशक, निर्माता और शानदार विलेन भी है । उनसे हमने हर पहलूओं पर बेबाक बात की है। प्रस्तुत है बातचीत के संपादित अंश।
फिल्म "बंधन प्रीत के " से क्या उम्मीद हैं?
यह फिल्म हमारी उम्मीदों पर खरा उतरेगी ऐसी उम्मीद है। इसे दर्शक खूब पसंद करे। पूरे छत्तीसगढ़ के टाकीजों में धूम मचायेगी ये मेरा विशवास है। इस फिल्म में हमारी कल्चर दिखती है फिर सबने अच्छी मेहनत की थी । जिसका परिणाम मिलेगा।
आपको एक्टिंग का शौक कब से है ?
मुझे एक्टिंग का शौक बचपन से ही रहा है। 1996 में मै थियेटर से जुड़ा फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा । फिल्म देख- देखकर मैं कलाकारों की नक़ल किया करता था। एक्टिंग में रूचि बचपन से ही था पर मौका नहीं मिल रहा था। मैं बहुत कुछ करना चाहता हूँ इस क्षेत्र में ।
फिर मौका कैसे मिला और आपके प्रेरणाश्रोत कौन है ?
फिल्म छईंया भुईंया की शूटिंग देखने सुरेश निगम के साथ गया था ,जहां मुझे सतीश जैन जी ने पूछा - एक्टिंग में रूचि है ,जब मैंने हाँ कहा तो उसी फिल्म में मुझे काम दिया । जो सबको पसंद आया।
कभी आपने सोचा था की फिल्मो को ही अपना कॅरियर बनाएंगे ?
हाँ ! शुरू से ही मै एक्टिंग को कॅरियर बनाने की सोचकर चल रहा था।
छालीवुड फिल्मो में आपको कैसी भूमिका पसंद है या आप कैसे रोल चाहेंगे।
मैं हर तरह की भूमिका निभाना चाहूंगा ताकि मुझे सभी प्रकार का अनुभव हो। छोटे बड़े सभी रोल मुझे पसंद है। पर विलेन की भूमिका मुझे ज्यादा पसंद है।
सरकार से क्या अपेक्षाएं हैं?
सरकार अभिभावक की भूमिका में आये और छालीवुड को मदद करे।
कोई ऐसा अवसर आया हो ,जब आप बहुत उत्साहित हुई हो?
हमेशा उत्साहित रहता हूँ । इसके लिए कोई ख़ास समय की जरुरत नहीं होती ।
ऐसा कोई क्षण जब निराशा मिली हो?
कभी नहीं। मैं कभी निराश नहीं होता। हारने जैसे माहौल में भी ऊर्जा पैदा करता हूँ।
आपका कोई सपना है जो आप पूरा होते देखना चाहती हैं?
इतिहास बनाना ही मेरा मकसद है । जिस दिन मरुँ लोग मेरे पीछे चले ।
छत्तीसगढ़ फिल्म इंडस्ट्री में धर्मेन्द्र चौबे को कौन नहीं जानता वे एक जाना पहचाना नाम है। उनकी अभिनीत फिल्म राजा छत्तीसगढिय़ा सिनेमा घरों में काफी धूम मचाई थी।उसके बाद उन्होंने कई फिल्मो का निर्देशन
किया जिसमे से एक है "बंधन प्रीत के " वे कहतें हैं कि इतिहास बनाना ही मेरा मकसद है और जिस दिन मरुँ लोग मेरे पीछे चले । थियेटर से कॅरियर की शुरुआत करने वाले धर्मेन्द्र अब तक 40 से अधिक फिल्मो में अपनी अभिनय का लोहा मनवा चुके है। इसके अलावा वे निर्देशक, निर्माता और शानदार विलेन भी है । उनसे हमने हर पहलूओं पर बेबाक बात की है। प्रस्तुत है बातचीत के संपादित अंश।
फिल्म "बंधन प्रीत के " से क्या उम्मीद हैं?
यह फिल्म हमारी उम्मीदों पर खरा उतरेगी ऐसी उम्मीद है। इसे दर्शक खूब पसंद करे। पूरे छत्तीसगढ़ के टाकीजों में धूम मचायेगी ये मेरा विशवास है। इस फिल्म में हमारी कल्चर दिखती है फिर सबने अच्छी मेहनत की थी । जिसका परिणाम मिलेगा।
आपको एक्टिंग का शौक कब से है ?
मुझे एक्टिंग का शौक बचपन से ही रहा है। 1996 में मै थियेटर से जुड़ा फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा । फिल्म देख- देखकर मैं कलाकारों की नक़ल किया करता था। एक्टिंग में रूचि बचपन से ही था पर मौका नहीं मिल रहा था। मैं बहुत कुछ करना चाहता हूँ इस क्षेत्र में ।
फिर मौका कैसे मिला और आपके प्रेरणाश्रोत कौन है ?
फिल्म छईंया भुईंया की शूटिंग देखने सुरेश निगम के साथ गया था ,जहां मुझे सतीश जैन जी ने पूछा - एक्टिंग में रूचि है ,जब मैंने हाँ कहा तो उसी फिल्म में मुझे काम दिया । जो सबको पसंद आया।
कभी आपने सोचा था की फिल्मो को ही अपना कॅरियर बनाएंगे ?
हाँ ! शुरू से ही मै एक्टिंग को कॅरियर बनाने की सोचकर चल रहा था।
छालीवुड फिल्मो में आपको कैसी भूमिका पसंद है या आप कैसे रोल चाहेंगे।
मैं हर तरह की भूमिका निभाना चाहूंगा ताकि मुझे सभी प्रकार का अनुभव हो। छोटे बड़े सभी रोल मुझे पसंद है। पर विलेन की भूमिका मुझे ज्यादा पसंद है।
सरकार से क्या अपेक्षाएं हैं?
सरकार अभिभावक की भूमिका में आये और छालीवुड को मदद करे।
कोई ऐसा अवसर आया हो ,जब आप बहुत उत्साहित हुई हो?
हमेशा उत्साहित रहता हूँ । इसके लिए कोई ख़ास समय की जरुरत नहीं होती ।
ऐसा कोई क्षण जब निराशा मिली हो?
कभी नहीं। मैं कभी निराश नहीं होता। हारने जैसे माहौल में भी ऊर्जा पैदा करता हूँ।
आपका कोई सपना है जो आप पूरा होते देखना चाहती हैं?
इतिहास बनाना ही मेरा मकसद है । जिस दिन मरुँ लोग मेरे पीछे चले ।
सर मुझे ,
जवाब देंहटाएं,छालीवुड में काम करना है मुझे एक्टर बनना है इसलिए आप मुझसे कांटेक्ट कीजिए सर में एक्टर बनने के लिए मुंबई जा रहा था वहां के थियेटर पता किए एक्टिंग स्कूल पता किए और तो और बॉलीवुड टॉलीवुड कॉलिवुड सब के बारे में पता किया भोजपुरी फिल्मों के बारे में पता किया साउथ फिल्मों के बारे में पता किया और मैं मुंबई जा ही रहा हूं अभी तो उसी पोस्ट देखते देखते आप की पोस्ट देख ली सर मुझे बहुत लगन है उसका है और मैं अच्छा भी देखता हूं मैं कर सकता हूं मेरा मोबाईल नो.8817655514 6261816282