सोमवार, 8 फ़रवरी 2016

खेल जीवन का एक अहम हिस्सा है, यही बताएँगे ' दांव ' में

सरकार फिल्म विकास निगम जल्द बनाएं :संतोष सारथी 
छत्तीसगढ़ी फिल्मो में संतोष सारथी एक जाना पहचाना नाम है। अभिनेता , निर्देशक और निर्माता ये सब गुण
अगर एक ही व्यक्ति में हो तो निश्चित ही वह छालीवुड के लिए एक अहम व्यक्तित्व है। श्री सारथी उनमे से एक है। वे कहते हैं कि अपनी नई फिल्म दांव में सन्देश देने की कोशिश करेंगे कि खेल जीवन का एक अहम हिस्सा है, जो जरूरी भी है। इससे स्वास्थ्य अच्छा रहता है। फिट रहने का सबसे बड़ी भूमिका खेल की ही होती है। उनका यह भी कहना है कि सरकार अगर निगम बनाना चाह रही है तो जल्द बनाएं जो बिना फ़ायदा के फिल्म बना रहे हैं उन्हें मदद मिल जाएगी। जो हमारे लिए एक संजीवनी की तरह होगी। हमने उनसे हर पहलूओं पर बात की है।
० आपने अपने कॅरियर के लिए फिल्म लाईन को ही क्यों चुना?
०० बचपन से ही कुछ अच्छा करने की तमन्ना रही है। फिल्मे देखा करता था जिससे मेरा रुझान हुआ। जब मुझे अच्छा ब्रेक मिला तो मैंने फिल्म को ही अपना कॅरियर बना लिया। मैंने काफी मेहनत की है जिसका फल मुझे मिला है।
० इस क्षेत्र में कब से है और कैसे ब्रेक मिला?
०० इस क्षेत्र में मै 16 सालों से हूँ। लोककला मंच से जुड़ा फिर दूरदर्शन की टेलीफिल्म लक्ष्मी में मुझे नायक का रोल मिला। उसके बाद मैंने पीछे मुड़कर नहीं देखा।
० आप फिल्म दांव बनाने जा रहे हैं, इसमें क्या सन्देश है?
०० ये खेल पर आधारित फिल्म है। मैंने ये सन्देश देने की कोशिश करूंगा कि खेल जीवन का एक अहम हिस्सा है, जो जरूरी भी है। इससे स्वास्थ्य अच्छा रहता है। फिट रहने का सबसे बड़ी भूमिका खेल की ही होती है।
० आपको ये आईडिया कहाँ से मिला?
०० फिल्मे देखकर। थ्री इडियट, तारे जमी जैसे फिल्मे दीखने के बाद मुझे लगा कि स्वास्थ्यपरक एक फिल्म बनानी चाहिए। चार साल से तैयारी कर रहा था अब जाकर पूरा हुआ है।
० आपकी आगे क्या तमना है?
०० छत्तीसगढ़ी फिल्मो को और छालीवुड को पहचान बनते देखना चाहता हूँ। छत्तीसगढ़ , छत्तीसगढ़ी फिल्मो और छत्तीसगढ़ी भाषा के प्रति मुझे बहुत लगाव है। मै इसके के लिए कुछ करना चाहता हूँ , जिससे छत्तीसगढ़ का नाम मेरे साथ जुड़े।
० भविष्य की क्या योजना है ?
०० बस आगे भी फिल्म बनाता रहूंगा । एक्टिंग मेरा शौक है।
० रील लाइफ और रियल लाइफ में क्या फर्क है?
०० बहुत अंतर है। रील लाइफ एक ड्रामा है बनावटी होती है पर रियल लाइफ वास्तविकता पर आधारित है। हर पहलू  सत्य पर चलता है।
० छत्तीसगढ़ी फिल्मे क्यों नहीं चल पाती?
०० छत्तीसगढ़ में हर भाषा के लोग रहते हैं। छत्तीसगढ़िया लोग हमारी फिल्मे देखतें है। यह भी हम कह सकते हैं कि अच्छी फिल्मे भी नहीं बन पा रही है।
० सरकार से छालीवुड को क्या अपेक्षाएं हैं?
०० सरकार अगर निगम बनाना चाह रही है तो जल्द बनाएं जो बिना फ़ायदा के फिल्म बना रहे हैं उन्हें मदद मिल जाएगी। जो हमारे लिए एक संजीवनी की तरह होगी।

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