गुरुवार, 4 मार्च 2021

किसी के सपोर्ट की जरूरत नहीं पड़ी और ना कभी काम की कमी रही

 बॉलीवुड अभिनेता अमन वर्मा से अरुण बंछोर की ख़ास चर्चा

छोटे पर्दे के जाने-माने अभिनेता अमन वर्मा कई मशहूर टीवी शोज के साथ-साथ बॉलीवुड फिल्मों का भी हिस्सा रह चुके हैं। बीते दिनों उन्होंने बिग बॉस पर तीखी प्रतिक्रिया देकर जबरदस्त सुर्खियां बटोरी थीं। अमन वर्मा ने 1983 में फिल्म ‘पचपन खंभे लाल दीवारें’ से अपना एक्टिंग डेब्यू किया था। इसके बाद वो ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’, ‘कुमकुम’, ‘इस जंगल से मुझे बचाओ’ जैसे शो में नजर आ चुके हैं। वो अमिताभ बच्चन के साथ फिल्म ‘बागबान’ में भी काम कर चुके हैं। इसके अलावा अब वो अपने ओटीटी डेब्यू के लिए भी तैयारी कर रहे हैं।


उनका मानना है कि इस शो के जरिए किसी का करियर नहीं बनता सिर्फ कुछ महीनों तक चर्चा रहती है। उनसे एक फैशन शो के दौरान कई विषयों पर खुलकर चर्चा हुई। अपने एक्टिंग को लेकर उन्होंने हमसे खुलकर बातें की हैं। इस दौरान उन्होंने ये भी बताया कि किस तरह टीवी इंडस्ट्री में एक एक्टर का करियर शो के खत्म होते ही 6-7 साल के स्पैन में खत्म हो जाता है। अमन वर्मा ने ये भी साफ किया है कि उन्हें किसी के सपोर्ट की जरूरत नहीं पड़ी और कभी भी काम की कमी नहीं रही। उन्होंने कहा- ‘मैंने जो कुछ भी किया है, मुझे उसे लेकर कोई पछतावा नहीं है क्योंकि मैंने उसे अपना 100 प्रतिशत दिया है। मैं मुंबई में 23-24 साल से सर्वाइव कर रहा हूं। और आज भी मेरे लिए काफी काम है और अच्छी चीजें हो रही हैं’। उन्होंने आगे कहा- ‘टीवी के शो में क्या होता है कि 6 से 7 साल के स्पैन में, आपका पूरा करियर खत्म हो जाता है। आप एक शो के साथ आते हैं, शो खत्म हो जाता है और आप भी खत्म हो जाते हैं। लेकिन मैं कभी भी ऐसा एक्टर नहीं रहा हूं जिसे सपोर्ट की जरूरत पड़ी है। मुझे एक प्रोजेक्ट के बाद दूसरा मिलता गया’।

प्रतिभा हो तो संघर्ष से न घबराएं
इसके पहले अमन वर्मा ने प्रेस से बात करते हुए कहा कि मुंबई की चकाचौंध और फिल्मी स्टार की लोकप्रियता से युवा भी ऊंची उड़ान भरना चाहते हैं और फिल्मों में काम करना चाहते हैं। यह इतना आसान नहीं है, जितना युवा समझते हैं। जो कलाकार आज कामयाबी की बुलंदियों को छू रहे हैं, उन्होंने काफी संघर्ष किया है, यूं ही स्टार नहीं बने हैं। छत्तीसगढ़ के युवाओं में भी प्रतिभा है, यदि कामयाबी हासिल करना चाहते हो, तो इसके लिए संघर्ष करना होगा। आपमें प्रतिभा हो तो जरूर मुंबई आएं और हालातों से संघर्ष करें। शुरुआत में काम न मिले तो निराश न हों। आपमें जितनी प्रतिभा होगी, उतनी तरक्की करते जाएंगे। आपकी प्रतिभा और आपका संघर्ष ही आपको मंजिल तक ले जाएगा। एक सवाल के जवाब में अमन वर्मा ने कहा कि कोई कितना भी प्रतिभाशाली हो, उसे घर बैठे काम नहीं मिलता। टीवी, फिल्मों में पहचान बनाने के लिए युवाओं को काम चाहिए, तो निरंतर संपर्क बढ़ाएं। संघर्ष करने से न घबराएं। आपके पास दो वक्त की रोटी का जुगाड़ हो और प्रतिभा हो तभी मुंबई में रहें, देरसबेर मेहनत का फल अवश्य मिलेगा।राजधानी में छत्तीसगढ़ फैशन फ्यूजन आयोजन के सिलसिले में आए प्रसिद्ध कलाकार अमन वर्मा ने कहा कि वह छत्तीसगढ़ फैशन फ्यूजन को बढ़ावा देने आए हैं। इससे फैशन के क्षेत्र में जाने वाली युवतियों को एक नया मंच मिलेगा। जो लोग मुंबई, दिल्ली और विदेशों में होने वाले आयोजनों में भाग लेकर अपनी पहचान बनाना चाहते हैं, उनका आत्मविश्वास बढ़ेगा। अश्लील वेब सीरीज का बोलबाला होने और इस पर प्रतिबंध लगाने की सुगबुगाहट के सवाल पर अमन वर्मा ने कहा कि विश्वभर में दर्शक क्या देखना चाहते हैं, इसका फैसला चंद लोग नहीं ले सकते। यह दर्शकों पर निर्भर करता है कि वे क्या देख रहे हैं। मोबाइल पर कंट्रोल करना दर्शकों के हाथ में हैं।दर्शक जो देखना चाहेगा, वह देखेगा, जो पसंद नहीं है, वह नहीं देखेगा। यह तो इंटरटेनमेंट का मामला है। बागबां फिल्म में मतलबी बेटे का किरदार निभाने वाले अमन वर्मा का कहना है कि फिल्म बागबान में मेरा किरदार देखकर लोग तंज कसते थे, कैसा अनालायक बेटा है जो अपनी माँ को घर से निकाल दिया। यह निगेटिव रोल मेरे लिए बेहतर साबित हुआ। इससे मुझे अलग पहचान मिली। आज मैं उस मुकाम पर हूँ जो मैं चाहता था.

शोषण तो हर जगह है 

अभिनेता अमन वर्मा ने यह भी कहा कि शोषण तो हर जगह है। बस समझने की जरूरत है। कौन व्यक्ति किसी बात को किस रूप में लेता है। यह बात भी कहीं न कहीं ठीक है कि बालीवुड में जाने से पहले जिनके रिश्ते अभिनेता व अन्य लोगों से अच्छे होते हैं उनको अवसर आसानी से मिल जाते हैं। बाकी अपने बलबूते पर जाने वालों को कठिन मेहनत नहीं तपस्या करनी पड़ती है, तब जाकर कोई अवसर मिल पाता है।

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