मंगलवार, 6 जून 2017

फिल्म विकास बोर्ड पर क्या कहते है फिल्मकार

छत्तीसगढ़ के कलाकारों की बहुप्रतीक्षित मांग अब लगभग पूरी होने वाली है। छत्तीसगढ़ फिल्म विकास बोर्ड की ड्राफ्टिंग संस्कृति विभाग ने पूरी कर ली है। परामर्शदात्री समिति के सुझाव के बाद शासन को अनुमोदन के लिए भेजी जाएगी। संस्कृति विभाग के अधिकारियों के अनुसार, अगले सप्ताह तक ड्राफ्ट शासन को भेज दिया जाएगा। शासन से अनुमोदन के बाद बोर्ड के रूप में उसके पंजीयन के लिए रजिस्ट्रार, फम्र्स एंड सोसाइटी में प्रक्रिया पूरी होगी। हालांकि इस प्रक्रिया के पहले सरकार द्वारा कुछ स्थायी सदस्यों (सरकारी पदों) का निर्धारण होगा। अभी तक इस ड्राफ्टिंग में कई बार फेरबदल हो चुुका है। संस्कृति विभाग ने कई राज्यों के फिल्म विकास निगम, विकास बोर्ड और इसी तरह की समकक्ष एजेंसियों के प्रारूप का अध्ययन किया। इसके बाद भी कई परिवर्तन की आवश्यकता महसूस की गई। अभी भी विधि संबंधी अभिमत के मुताबिक इसमें परिवर्तन की संभावना है। फिल्म विकास बोर्ड का गठन अब लगभग होने की कगार पर जरूर है, लेकिन तमाम प्रक्रियाओं को पूरी करने में लगभग छह माह का समय लग ही सकता है। इधर, कलाकारों के बीच में अभी से पद पाने के लिए जोर-आजमाइश शुरू हो गई है। कुछ खुलेआम पदों पर दावेदारी पेश कर रहे हैं, तो कुछ पर्दे के पीछे कवायद कर रहे हैं। इधर, अधिकारियों का कहना है कि प्रक्रिया में तेजी जरूर बरती जा रही
है, लेकिन विधि संबंधी अभिमत एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है। इससे छालीवुड से जुड़े फिल्मकारों को क्या फ़ायदा होगा। आईये हम आपको बताते हैं कुछ फिल्मकारों की राय.
परिचर्चा आयोजक - श्रीमती केशर सोनकर
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छत्तीसगढ़ फि़ल्म विकास मंडल बनने के फायदे
राज्य में अगर फि़ल्म विकास बोर्ड का गठन होता है, तो इससे छत्तीसगढ़ी सिनेमा इंडस्ट्री को निश्चित रूप से लाभ होगा। कितना लाभ होगा, यह इस बात पर निर्भर करता है कि प्रावधान और प्रक्रियाएं किस तरह की बनाई जाती हैं। निर्माता को लाभ देने के लिए तय किये जाने वाले मापदंड स्थानीय निर्माताओं के लिए कितने फेवरेबल हैं। मेरा मानना है कि फि़ल्म विकास बोर्ड अगर सही नीयत से काम करेगा, तो निश्चित रूप से छत्तीसगढ़ी सिनेमा इंडस्ट्री प्रगति करेगी।
० विनोद डोंगरे, फि़ल्म समीक्षक
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बहुत से लाभ होंगे
सबसे पहले तो सरकार निगम बनाये और दूसरे राज्यो की तरह निर्माताओ को आगे बढऩे के लिए फिल्मे बनाने के लिए राशी उपलब्ध कराए कलाकारो के मानदेय की भी व्यवस्था करे टाकिजों का निर्माण करवाये। हा ये सही है निगम बनने के बाद बहुत से लाभ होंगे सभी लोग जो फिल्म से जुड़े है फायदा होगा ही ऐसा मेरा मानना है मैं आप को और सरकार को शुभ कामनाएं दे रहा हूं सरकार इस पुनीत कार्य को शीघ्र करे
0 सुनीलदत्त मिश्रा, कलाकार बिलासपुर
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बिल्कुल फायदा होगा अगर....!
सरकार द्वारा जो बोर्ड के लिए सदस्य मनोनीत किये गयें हैं वो सभी सिर्फ और सिर्फ अपना फायदा ना देखते हुए सही मायनों में  सभी सदस्य फिल्म विकास बोर्ड के लिए एकजुटता दिखाएँ तो...।।नही तो ऐसा भी हो सकता है जैसा की होते आया है सभी सदस्य व्यक्तिगत अपना सम्बन्ध,  मंत्री या अध्यक्ष के समक्ष स्थापित करने के लिए अगर अंदर ग्राउंड की राजनीति करने लग जाएँ तो फिर जो छत्तीसगढ़ फिल्म विकास बोर्ड का रुपरेखा बनकर तैयार होगा उसे आप खुद ब खुद  देखना की क्या होता है ।।फिर भी अगर सूरज पूरब से ना निकलकर पश्चिम से निकल जाये और हमारे जो सभी सदस्य चुने गए हैं उनकी आपसी एकता और अखंडता कारगर हो जाये तो फिर जरूर एक नया मोड़ सामने आएगा और फिल्म विकास बोर्ड के बनने से हमे बहोत सारे सुविधावों का लाभ मिल सकता है
0 अशरफ अली अभिनेता
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सभी दिक्कतें जल्द ही दूर होंगी
छत्तीसगढ़ी फिल्मों के निर्माण, प्रदर्शन, तकनीकी व फाइनेंस संबंधी दिक्कतें जल्द ही दूर होंगी। बोर्ड के गठन के बाद यहां का फिल्म व्यवसाय व्यवस्थित हो जाएगा। अच्छी फिल्मों का निर्माण होगा जो यहां की संस्कृति और भाषा दोनों को संवर्धित करेंगी। राज्य बनने के बाद से प्रदेश में छत्तीसगढ़ी फिल्मों के निर्माण में तेजी आई है। अब तक तकरीबन 200 फिल्में प्रदर्शित हो चुकी हैें, जिनमें से काफी संख्या में हिट भी हुई हैं। सीमित संसाधन के बीच छत्तीसगढ़ी फिल्म व्यवसाय से जुड़े लोग लगातार फिल्में बना रहे हैं। स्थानीय भाषा में होने के कारण प्रदेश में ये फिल्में अच्छा व्यवसाय कर रही हैं। अब इन फिल्मों के निर्माण, प्रमोशन और प्रदर्शन में आने वाली समस्याएं फिल्म विकास बोर्ड के माध्यम से दूर होंगी।
0 अरुण बंछोर, फि़ल्म समीक्षक
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आम कलाकारों को नहीं होगा लाभ
फिल्म विकास निगम के गठन छत्तीसगढ़ी फिल्म के लिए अच्छी बात हो सकती है इससे निर्माता निर्दैशक को ही लाभ होगा आम कलाकारो को इससे कुछ लाभ होगा ऐसा मुझे नही लगता क्योकि छत्तीसगढ़ के भोले भाले और कम पढ़े लिखे लोक कलाकारो का सभी शोषण करते आ रहे है उन से मजदूरो सा व्यवहार होता आया है और होता रहेगा,इसलिए कलाकारो के लिए भी कोई ठोस कार्य योजना बनानी होगी ,
दिलीप ताम्रकार, कलाकार
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स्वागत हो परिणाम ना देखे
फिल्म विकास बोर्ड बनाने के निर्णय का स्वागत हो.कुछ ही सही कुछ तो होगा ये आशा पैदा होना ही चरितार्थ है.संजीवनी सा.
0 रजनीश झांझी, कलाकार
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निर्माताओं को मिलेगा लाभ
छत्तीसगढ़ फिल्म विकास बोर्ड बनाने से कम से कम छत्तीसगढ़ फिल्मो को फायदा होगा।फिल्मो को यहां अनिवार्य किया जा सकता है.निर्माताओं को आसानी से टाकीज मिलेगा और हम फिल्मो का अच्छा व्यवसाय कर सकेंगे।
आदित्य दीपक देवांगन निर्माता
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ये होगा फिल्म विकास निगम से फायदा
छत्तीसगढ़ फिल्म विकास निगम के गठन के बाद छत्तीसगढ़ के फिल्म, थिएटर, लोककला, लोकरंग के कलाकारों को बेहतर मंच मिलेगा। यही नहीं, कलाकारों को होने वाली समस्याओं का निराकरण भी निगम के माध्यम से किया जाएगा। वर्तमान में छत्तीसगढ़ी फिल्में तो लगातार बन रही हैं, लेकिन उस प्रकार का आउटपुट प्राप्त नहीं हो रहा है, जैसा मिलना चाहिए। सिनेमाघर तो हैं, लेकिन छत्तीसगढ़ी फिल्मों का प्रदर्शन नहीं हो रहा। यही नहीं, राज्य निर्माण के बाद भी अब तक दूरदर्शन में प्रादेशिक चैनल की शुरुआत नहीं हो पाई है। ऐसे में छत्तीसगढ़ फिल्म विकास निगम के गठन के बाद इन सभी दिशा में तेजी से कार्य किए जाएंगे।
0 अशोक तिवारी
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फिल्मो का स्तर बढ़ेगा
छत्तीसगढ़ फिल्म विकास बोर्ड बनाने से यहां की फिल्मो का स्तर बढ़ेगा और कलाकारों को भी प्रोत्साहन मिलेगा।इससे छालीवुड का भविष्य उज्जवल होगा। सरकार के इस कदम का हम सराहना करते हैं.
यस त्रिवेदी

सभी प्रकार की भूमिका करना चाहूंगी

अपनी पहचान खुद बनाना चाहती है जयन्ती
मॉडलिंग से छालीवुड में कदम रखने वाली नायिका जयन्ती मनहर की तमन्ना सभी फिल्म इंडस्ट्री में काम करने और अपनी पहचान बनाने की है.साथ ही मौका मिले तो छोटे परदे पर भी काम करना चाहती है। जयन्ती
छालीवुड में सभी प्रकार की भूमिका निभाना चाहती है ताकि उन्हें कटु अनुभव हो जाए। वे कहती है कि छत्तीसगढ़ी फिल्मो में गुणवत्ता हो तो जरूर थियेटरों में चलेगी।जयन्ती की फिल्म बीए सेकण्ड ईयर अभी टाकीजों में चल रही है है.आशिक मयावाले बनकर तैयार है.होगा प्यार धीरे धीरे और धर्मयुद्ध में वे काम कर रही है. जयन्ती से हमने हर पहलुओं पर बात की।
0 आपको एक्टिंग का शौक कब से है ?
00 मुझे एक्टिंग का शौक बचपन से ही रहा है। स्कूल कॉलेजों में नाटकों में भाग लिया करती थी फिर मॉडलिंग करने लगी। जब जब टीवी देखता था तब तब मुझे लगता था कि मुझे भी कुछ बनना चाहिए ।
0 छालीवुड की क्या सम्भावनाये है?
00 बेहतर है। आने वाले समय में यहां की फिल्मे बॉलीवुड की तरह ही चलेंगी।यहां फिलहाल दर्शकों की कमी है। लोगो में अपनी भाषा के प्रति वो रूचि नहीं है जो होनी चाहिए । थियेटरों  की कमी को सरकार पूरा करे।

0 तो छालीवुड की फिल्मे दर्शकों को क्यों नहीं खीच पा रही है?
00 क्योकि यहां की फिल्मो में बहुत सारी कमियां होती है। फिल्मो में वो गुणवत्ता नहीं होती जो यहां के लोगो को चाहिए। प्रोड्यूसरों को इस और ध्यान देने की जरुरत है।
0 फिर मौका कैसे मिला और आपके प्रेरणाश्रोत कौन है ?
00 मेरा रोल मॉडल प्रियंका चोपड़ा है। कालेज के दिनों से ही मुझे फिल्मो का ऑफर मिलाने लगा था.
0 कभी आपने सोचा था की फिल्मो को ही अपना कॅरियर बनाएंगे ?
00 जी नहीं ! कालेज के समय में ऑफर मिला तो मेरा ध्यान सिर्फ पढ़ाई में था लेकिन फिल्मो में जब मेरे काम को पसंद किया जाने लगा तो मुझे लगा की इस क्षेत्र में कॅरियर बना सकती हूँ। अब मै एक्टिंग को कॅरियर बनाने की सोचकर चली हूँ। अब इसी लाईन पर काम करती  रहूंगी।
0  छालीवुड फिल्मो में आपको कैसी भूमिका पसंद है या आप कैसे रोल चाहेंगे।
00  मैं हर तरह की भूमिका निभाना चाहूंगी। लेकिन ऐसा रोल करना चाहूंगी जिसे दर्शक हमेशा याद रखे,और वो रोल मेरी पहचान बने.चाहे रोल छोटा हो या बढ़े.
0 सरकार से आपको क्या अपेक्षाएं हैं?
00 सरकार छालीवुड की मदद करे। टाकीज बनवाए, नियम बनाये। छत्तीसगढ़ी फिल्मो को सब्सिडी दें ताकि कलाकारों को भी अच्छी मेहनताना मिल सके।
0 आपका कोई सपना है जो आप पूरा होते देखना चाहती हैं?
00 छालीवुड में कुछ करके दिखाना चाहती हूँ। ऐसा प्रदर्शन करना चाहती हूँ जहां मेरी अलग पहचान बने.चाहे व: फिल्म हो या टीवी। लोगो के दिलो पर राज करना चाहती हूँ.